There are three main types of investments: ownership, lending, and cash equivalents.
There are three main types of investments: ownership, lending, and cash equivalents.
शेयर बाजार में कई तरह के शब्दों या टर्म्स का इस्तेमाल होता है। अगर आप एक निवेशक है, तो ट्रेडिंग के दौरान इन शब्दों जैसे फेस वैल्यू,स्टॉक स्प्लिट, डिविडेंड, शेयर बायबैक, शब्द अक्सर सुनने को मिलते हैं, हाल ही में फाइनेंस की बड़ी लिस्टेड कंपनी BAJAJFINSV ने अपने स्टॉक स्प्लिट का ऐलान किया था।
अगर आप ऑप्शन ट्रेडिंग करते हैं, तो ऑप्शन ट्रेडिंग करने से पहले ऑप्शन ग्रीक्स के बारे में जानना बहुत जरूरी है, क्योंकि ऑप्शन ग्रीक्स के चार फैक्टर होते हैं, जो कि ऑप्शन में होने वाले बदलाव को आसानी से बताते हैं। जिसकी सहायता से ऑप्शन ट्रेडिंग करने में आसानी हो जाती है और हम किसी भी ऑप्शन को खरीदने के लिए और सही टाइम में बेचने के लिए मदद मिलती है।
तो आइए समझते हैं, ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेंट दोनों में क्या फर्क होता है और साथ ही साथ ट्रेडिंग के बारे में और इन्वेस्टिंग के बारे में हम संक्षिप्त रूप से समझेंगे।
शेयर मार्केट पूरी तरह से ओपन होने के पहले Pre-Open होता हैं, जहां पर हम शेयर को खरीदने या हमारे पास होल्डिंग में पहले से हैं, तो उसे बेचने के लिए आर्डर लगा सकते हैं। जिस का निर्धारित समय सुबह 9:00 बजे से 9:08 तक होता हैं, उसके बाद 9:08 से 9:15 के बीच में ऑर्डर एग्जीक्यूशन का टाइम होता हैं, जहां पर अगर किसी ने ऑर्डर खरीदने के लिए या ऑर्डर के लिए लगाया हैं, तो आर्डर मैच होने के बाद प्रि-ओपन मार्केट में ही खरीदारी और बिकवाली हो जाती हैं।
शेयर मार्केट में एनालिसिस के लिए हम दो प्रकार का उपयोग किया जाता है, जिनके आधार पे सफलता पूर्वक निवेश किया जा सकता है। 1-फंडामेंटल एनालिसिस 2-टेक्निकल एनालिसिस
शेयर मार्केट में बुल मार्केट का मतलब है, की मार्केट ऊपर जाने की स्थिति में हो या तो ऊपर जा रही हो, तो वहां पर हम उसे बुल मार्केट बोलते हैं, या तो BULLISH मार्केट बोलते हैं। जिसे मार्केट में तेजी का माहौल भी बोला जाता हैं।